सेना के तीनों अंगों का सम्मेलन परिवर्तन चिंतन आज नई दिल्ली में आयोजित हुआ। इस अवसर पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने सेना के लिए संयुक्त संस्कृति विकसित करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युद्ध में लड़ने की क्षमता और अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाकर सेना के प्रत्येक अंग की क्षमता को एकीकृत करने की जरूरत है।
सम्मेलन में सैन्य और असैन्य क्षेत्रों में राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर डालने वाले सामरिक मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ। चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी लेफ्टिनेंट जनरल जे पी मैथ्यू ने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह के सम्मेलन से संयुक्त संचालन व्यवस्थाएं विकसित होंगी जिससे सेना के लिए भविष्य में कई परिवर्तन हो सकेंगे।