सूडान के पश्चिमी दारफुर क्षेत्र में हुए भीषण भूस्खलन में एक हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस क्षेत्र पर नियंत्रण रखने वाले सूडान लिबरेशन मूवमेंट ने कहा है कि भूस्खलन से मार्रा पहाड़ों का एक गाँव तरासिन तबाह हो गया। आपदा में केवल एक ही व्यक्ति जीवित बचा है। कई दिनों की भारी बारिश के बाद यह आपदा आई।
मूवमेंट ने कहा है कि शुरुआती जानकारी के अनुसार गाँव के सभी निवासियों की मौत हो गई है, जिनकी संख्या लगभग एक हज़ार है। समूह ने भूस्खलन को “भारी और विनाशकारी” बताया है और कहा है कि भूस्खलन ने नींबू की पैदावार के लिए जाने, जाने वाले क्षेत्र के एक हिस्से को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। मूवमेंट ने पीड़ितों के शवों को बरामद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय सहायता एजेंसियों से भी अपील की है।
यह त्रासदी ऐसे समय में हुई है जब सूडान, 2023 से सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच गृह युद्ध में फंसा हुआ है। विद्रोहियों के नियंत्रण में होने के कारण प्रभावित क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की सहायता मिलना भी कठिन हो गया है।