राष्ट्रीय कृत्रिम बुद्धिमता मिशन ने सुरक्षित और विश्वसनीय एआई के लिए जारी की गई रुचि की अभिव्यक्ति में आठ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस परियोजनाओं का चयन किया है। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों, स्टार्ट-अप्स, अनुसंधान संगठनों और सिविल सोसाइटी ग्रुप्स की ओर से दो हजार से अधिक प्रस्ताव प्राप्त हुए थे।
तकनीकी मूल्यांकन के बाद आठ परियोजनाओं का चयन किया गया। मंत्रालय ने इस बात पर बल दिया कि चयनित परियोजनाएं कृत्रिम बुद्धिमता विकसित करने, उन्हें तैनात करने और सुरक्षित रूप से अपनाने के उपायों की पहचान करती हैं। इन परियोजनाओं में स्वदेशी उपकरणों का विकास और क्रियान्वित करने की रूपरेखा तथा नैतिक, पारदर्शी और भरोसेमंद एआई टेक्नोलॉजी के लिए दिशानिर्देश तय करना शामिल हैं।
भारत की एआई मिशन ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर जिम्मेदार एआई परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए भी रुचि की अभिव्यक्ति जारी की है। मंत्रालय ने बताया कि इनमें मशीन अनलर्निंग, सिंथेटिक डेटा जेनरेशन, एआई बायस मिटिगेशन, एथिकल एआई फ्रेमवर्क, प्राइवेसी-एन्हांसिंग टूल्स, एक्सप्लेनेबल एआई, एआई गवर्नेंस टेस्टिंग और एल्गोरिथम ऑडिटिंग टूल्स शामिल हैं।