सुप्रसिद्ध बांग्लादेशी गायिका रिज़वाना चौधरी बन्न्या को कल प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कल नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह में 2024 के लिए पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किए।
रिजवाना चौधरी बन्न्या को कला के क्षेत्र में योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया। बांग्लादेश की प्रवीण पेशेवर गायिका रिजवाना चौधरी बन्न्या रवींद्र संगीत की समर्पित कलाकार हैं। उन्होंने महात्मा गांधी की एक सौ 50वीं जयंती के स्मरण में वैष्णव जन तो गीत को अपना स्वर दिया।
रिजवाना चौधरी बन्न्या वर्तमान में ढाका विश्वविद्यालय में नृत्य विभाग की प्रोफेसर और संस्थापक अध्यक्ष हैं। वे रवींद्र संगीत पर केंद्रित ढाका में शूरेर धारा नामक एक प्रतिष्ठित संगीत स्कूल चलाती हैं। उन्होंने रवींद्र संगीत पर पुस्तकें भी लिखी हैं। वे शांति निकेतन के विश्व भारती की एक पूर्व छात्रा हैं।
रिजवाना चौधरी बन्न्या का पद्मश्री पुरस्कार रवींद्र संगीत के प्रति उनके अटूट समर्पण और सीमाओं के आर-पार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का परिचायक है।