छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आज सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में तीन महिला सहित दस माओवादी मारे गए हैं। जिले के कोंटा इलाके में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल-सीआरपीएफ और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड-डीआरजी की एक संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली थी। इसी दौरान भेज्जी के जंगलों में माओवादियों और सुरक्षा बलों के जवानो के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में दस माओवादी मारे गए। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदराज पी. ने बताया कि सुरक्षा बलों ने घटना स्थल से मारे गए माओवादियों के शव बरामद कर लिए हैं। जिनकी जल्द पहचान कर ली जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके साहस की प्रशंसा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार नक्सलवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्ष दो हजार छब्बीस तक छत्तीसगढ़ से माओवाद को खत्म करने का लक्ष्य दिया है। इसी दिशा में राज्य सरकार आगे बढ़ रही है।
वहीं, उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी इस उपलब्धि के लिए जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अब बस्तर क्षेत्र में माओवाद अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। उपमुख्यमंत्री ने माओवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।