गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसांख्यिकीय परिवर्तन देश और उसकी सीमाओं की सुरक्षा को सीधे प्रभावित करते हैं। श्री शाह ने आज नई दिल्ली में दो दिवसीय जीवंत गांव कार्यक्रम कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीमावर्ती गांवों से पलायन रोकने और शत-प्रतिशत संतृप्ति प्राप्त करने के लिए जीवंत गांव कार्यक्रम शुरू किया था। गृह मंत्री ने कहा कि जीवंत गांव कार्यक्रम सीमावर्ती गांवों में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देकर, संस्कृति और पर्यटन के संरक्षण तथा संवर्धन से रोज़गार को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जीवंत गाँव कार्यक्रम के कार्यान्वयन के बाद, कई सीमावर्ती गांवों की जनसंख्या में वृद्धि हुई है।
श्री शाह ने कहा कि जीवंत गांव कार्यक्रम तीन प्रमुख बिंदुओं पर आधारित है। इनमें सीमावर्ती गांवों से पलायन रोकना, सीमावर्ती गांवों के प्रत्येक नागरिक को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ प्रदान करना और गांवों को सीमा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए एक मज़बूत उपकरण के रूप में विकसित करना शामिल है। श्री शाह ने कहा कि जीवंत गांव कार्यक्रम के अंतर्गत चिन्हित किए गए गांव कुछ वर्षों में हमारे देश और इसकी सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण उपकरण सिद्ध होंगे।