चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ-सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने आज नई दिल्ली में वार्षिक भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय उत्सव का उद्देश्य भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और सैन्य विरासत में वैश्विक और भारतीय थिंक टैंक, सरकारी, निजी क्षेत्रों, गैर-लाभकारी संस्थाओं और शिक्षाविदों को शामिल करना है। इस अवसर पर जनरल चौहान ने शौर्य गाथा परियोजना का भी शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य शिक्षा और पर्यटन के माध्यम से भारत की सैन्य विरासत को संरक्षित करना और बढ़ावा देना है।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ ने रक्षा अनुसंधान में नवाचारों के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत में योगदान देने की अपनी यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए एक फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन किया। तीनों सेनाओं की ओर से जानकारी देने के लिए विभिन्न स्टॉल लगाए गए, जिसमें उनकी भूमिकाओं और इच्छुक युवाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न अवसरों को प्रदर्शित किया गया है।