भारत सरकार ने दो पारंपरिक लेप्चा वाद्ययंत्रों – तुंगबुक और पुमटोंग पुलित – को जी आई टैग प्रदान किया है। इससे सिक्किम के लेप्चा समुदाय को सांस्कृतिक रूप से बढ़ावा मिला है। इन्हें 5 नवंबर को भारत सरकार की जीआई टैग की संगीत वाद्ययंत्र श्रेणी के अंतर्गत आधिकारिक रूप से पंजीकृत किया गया। जीआई पंजीकरण प्रमाणपत्र कल नई दिल्ली में संस्कृति, जनजातीय मामलों और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालयों द्वारा आयोजित प्रथम जनजातीय व्यापार सम्मेलन के दौरान औपचारिक रूप से प्रस्तुत किए गए। तुंगबुक एक तीन-तार वाला वाद्ययंत्र है, जबकि पुमटोंग पुलित एक बाँस की बांसुरी है। दोनों लेप्चा लोक संगीत का अभिन्न अंग हैं और इनका गहरा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है।
Site Admin | नवम्बर 13, 2025 11:18 पूर्वाह्न
सिकिम्म के पारंपरिक लेप्चा वाद्ययंत्रों – तुंगबुक और पुमटोंग पुलित को मिला जी आई टैग