लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित ‘विश्व सिंधी हिंदू फाउंडेशन ऑफ एसोसिएशंस’-वी.एस.एच.एफ.ए के “सशक्त समाज-समर्थ भारत” कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि सिंधी समाज की उद्यमशीलता, सेवा-भावना और अदम्य पुरुषार्थ ने न केवल चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नई शुरुआत की, बल्कि राष्ट्र की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक शक्ति को भी नई दिशा दी है।
उन्होंने कहा कि विविधता में एकता, संगठन, शिक्षा और आत्मनिर्भरता-ये चारों स्तंभ समाज को सशक्त करते हैं और इसी से समर्थ भारत की आधारशिला निर्मित होती है। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना, और समुदायों के बीच सहयोग का मूल्य-ये सभी मिलकर 2047 के विकसित भारत के सामूहिक संकल्प को गति देते हैं।
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं ने कहा कि सिंधी समाज भारत की सांस्कृतिक पहचान और अस्मिता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज भारत और विश्व भर में अपनी मेहनत और प्रतिभा के लिए जाना जाता है।