सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी आर गवई ने कहा है कि संवैधानिक तरीकों से सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। आज इम्फाल में मणिपुर उच्च न्यायालय के 12वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने संवाद की शक्ति पर जोर दिया और कहा कि जब लोग एक साथ होते हैं तो समाधान आसानी से मिल जाता है।
मणिपुर के दो दिन के दौरे पर गये सर्वोच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों के दल का नेतृत्व करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने जातीय हिंसा से प्रभावित लोगों के साथ हुई बातचीत के अपने अनुभवों को साझा किया। न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि उन्होंने चूडाचांदपुर और बिष्नुपुर में राहत शिविर में लोगों से बात की और दोनों समुदायों के लोगों ने शांति स्थापित करने और अशांत स्थिति समाप्त होने की इच्छा व्यक्त की। न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि एकता और संवैधानिक माध्यमों से शांति बहाल की जा सकती है।
न्यायाधीशों के प्रतिनिधिमंडल का दौरा आज संपन्न हुआ। दल ने चूडाचांदपुर जिले में विधिक सेवा, चिकित्सा शिविर और कानूनी सहायता केंद्र का वर्चुअल माध्यम से उदघाटन किया।
इस बीच, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मणिपुर में शांति प्रक्रिया के बारे कहा कि राज्य की स्थिति में सुधार हो रहा है लेकिन इसमें निरंतर प्रगति की आवश्यकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार, मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद प्रदेश में शांति बहाली के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और अन्य गणमान्य व्यक्ति स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित थे।