भारत विभिन्न देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजकर विश्व में आतंकवाद को पाकिस्तान द्वारा समर्थन दिये जाने का खुलासा कर रहा है। इसके साथ भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की अपनी नीति का प्रसार भी कर रहा है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अमरीकी देश गयाना का दौरा किया। संवाददाताओं से बातचीत में श्री थरूर ने कहा कि गयाना ने आतंकी हमले से खुद की रक्षा करने और प्रभावशाली तरीके से कार्रवाई करने के भारत के अधिकार को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि गयाना विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का मौजूदा सदस्य होने के कारण भारत के लिए विशेष महत्व रखता है। परिषद में अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया को आकार देने में गयाना का समर्थन महत्व रखता है। श्री थरूर ने कहा कि भारत को गयाना की सरकार से बिना शर्त की सहानुभूति और समर्थन प्राप्त हुआ है।
प्रतिनिधिमंडल ने गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली से भी मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद गयाना के राष्ट्रपति ने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथवाद मानव के सम्मान के हर पहलु के विरूद्ध है। गयाना इसके सभी रूपों का खंडन करता है। प्रतिनिधिमंडल ने गयाना की संसद के अध्यक्ष मिस्टर मंजूर नादिर के साथ भी मुलाकात की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर तथा आतंकवाद के विरूद्ध भारत की चल रही लडाई को लेकर चर्चा की।
जनता दल युनाइटेड के सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर के वरिष्ठ विदेश और गृहमंत्री के साथ बैठक की। बैठक के बाद संजय कुमार झा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने वित्तीय कार्रवाई कार्यबल से पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में शामिल करने का आग्रह किया।
प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें ऑपरेशन सिंदूर और भारत की आतंकवाद से निपटने की नीति में उभरते न्यू नॉर्मल की जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम में आतंकी हमले के बाद हाल के घटनाक्रमों पर भारत की स्थिति से भी उन्हें अवगत करवाया।
सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कतर की अपनी आधिकारिक यात्रा सम्पन्न की। दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कतर के वरिष्ठ अधिकारियों, कतर के शैक्षणिक समुदाय के सदस्यों और वहां के थिंक टैंक के साथ चर्चा की।
अपनी बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सीमापार आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति से वहां उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम हमले के बाद हाल के घटनाक्रमों पर भी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर नपी तुली, लक्षित और सटीक कार्रवाई था। यह कार्रवाई तनाव को बढाये बिना आतंकवाद से निपटने में भारत के दृढ संकल्प को दर्शाती है। प्रतिनिधिमंडल ने सीमापार आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने की आवश्यकता की भी बात की। प्रतिनिधिमंडल ने आतंकी गुटों और उनके समर्थकों के बीच भेदभाव नहीं करने की सलाह दी।
कतर के अधिकारियों ने आतंकवाद के प्रति अपने जीरो टॉलरेंस के रवैये को दोहराया। उन्होंने पहलगाम हमले की कडी निंदा की। भारतीय पक्ष ने कतर के समर्थन कर स्वागत किया। उन्होंने कतर के विदेश मंत्रालय द्वारा इस हमले को लेकर 23 अप्रैल को जारी आधिकारिक बयान के प्रति आभार व्यक्त किया।