प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि उनकी सरकार का लक्ष्य वोट बैंक की राजनीति से परे हटकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। एक मीडिया संस्थान द्वारा आयोजित लीडरशिप समिट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार लोगों के लिए, लोगों द्वारा प्रगति के मंत्र के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लोग उनकी सरकार पर भरोसा दिखाते हैं तो विकास पर भी उसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार विकास का ऐसा मॉडल अपना रही है जहां निवेश से प्रगति और रोजगार को गति मिलती है तथा देशवासियों की गरिमा बढ़ती है।
उन्होंने कहा कि अनिश्चितता की स्थिति के कारण जम्मू-कश्मीर सात दशकों तक हिंसा से जूझता रहा लेकिन आज पूरे देश के समाचार पत्रों में वहां रिकॉर्ड तोड़ मतदान की खबरे होती हैं। बोडो सांस्कृतिक समारोहो के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि बोडो शांति समझौते के साथ लोगों का जीवन बदल गया है। श्री मोदी ने कहा कि समय बदल गया है और अब आतंकवादी ही अपने घरों में असुरक्षित महसूस करते हैं।
श्री मोदी ने यह भी कहा कि 2014 में देश का केंद्रीय बजट लगभग 16 लाख करोड़ रुपये था और आज यह 48 लाख करोड़ रुपये है। उन्होंने उल्लेख किया कि पूंजीगत व्यय अब 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। नए स्कूलों, अनुसंधान सुविधाओं और रेल क्षेत्र को धनराशि आवंटित की जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय एलपीजी गैस कनेक्शन बहुत से लोगों के लिए दूर का सपना होता था लेकिन उनकी सरकार ने हर घर में गैस कनेक्शन देने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि 2014 में 14 करोड़ गैस कनेक्शन थे और अब यह संख्या 30 करोड़ से अधिक है।
श्री मोदी ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश की सरकारों में जोखिम लेने का साहस नहीं था, लेकिन पिछले 10 वर्षों में युवाओं में जोखिम लेने की मजबूत क्षमता विकसित हुई है। उन्होंने कहा कि देश में अब सवा लाख से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप हैं और युवा देश को गौरवान्वित करने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज भारत में कम से कम 10 करोड़ लखपति दीदियां हैं।