सरकार ने मीडिया में आ रही उन खबरों को खारिज कर दिया है कि डिजी यात्रा का उपयोग कर चोरों को पकड़ने के लिए किया जाएगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि डिजी यात्रा से संबंधित ऐसी रिपोर्ट निर्मूल और गलत दावों पर आधारित हैं। मंत्रालय ने कहा है कि डिजी यात्रा पर मौजूद यात्रियों का आंकड़ा भारतीय कर अधिकारियों के साथ साझा नहीं किया जाता है। यह भी कहा गया है कि डिजी यात्रा ऐप स्व-संप्रभु पहचान मॉडल का पालन करता है, जिसमें व्यक्तिगत जानकारी किसी केंद्रीय प्रणाली पर नहीं बल्कि उपयोगकर्ता के डिवाइस पर संग्रह की जाती हैं। मंत्रालय ने यह भी बताया है कि यदि कोई उपयोगकर्ता डिजी यात्रा ऐप को अनइंस्टॉल करता है, तो आंकड़े पूरी तरह से हटा दिये जाते हैं। इसके अतिरिक्त, पुराने यात्री आंकड़े प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर स्वचालित रूप से हट जाते हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि डिजी यात्रा केवल घरेलू यात्रियों के लिए है और इसका उपयोग अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नहीं होता है।
The Ministry of Civil Aviation hereby clarifies that the recent media report concerning Digi Yatra is based on unfounded and inaccurate claims.
There is no sharing of Digi Yatra passengers data with Indian tax authorities. The Digi Yatra app follows the Self-Sovereign Identity…
— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) December 30, 2024
इस बीच, आयकर विभाग ने भी स्पष्ट किया है कि अभी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है। डिजी यात्रा चेहरे की पहचान की प्रौद्योगिकी है, जिसका उपयोग विभिन्न हवाई अड्डों पर यात्रियों के संपर्क रहित और निर्बाध आवागमन के लिए किया जाता है।