केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा है कि विकासशील देशों को 2030 तक अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पांच ट्रिलियन डॉलर से अधिक की आवश्यकता है।
नई दिल्ली में आज सीआईआई-आईटीसी स्थिरता शिखर सम्मेलन के 19वें संस्करण को संबोधित करते हुए उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वित्तीय सहायता और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में से एक हैए जिसने पेरिस समझौते के सभी वायदों को समय से पहले पूरा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार वस्तुओं को दोबारा उपयोग के योग्य बनाने और पुनर्चक्रण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
श्री यादव ने कहा कि हर किसी को सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार है और स्थिरता इसका मूल तत्व है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टिकाऊ पर्यावरण का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।