संचार राज्य मंत्री चंद्र शेखर पेम्मासानी ने कहा है कि सैटेलाइट कम्युनिकेशन (सैटकॉम) ग्राउंड-आधारित मोबाइल नेटवर्क के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करेगा, बल्कि यह उनका पूरक होगा। नई दिल्ली में भारतीय अंतरिक्ष कॉन्क्लेव के तीसरे संस्करण को संबोधित करते हुए श्री पेम्मासानी ने कहा कि व्यापक कनेक्टिविटी प्राप्त करने के लिए सैटकॉम को 5जी और 6जी जैसी स्थलीय नेटवर्क प्रौद्योगिकियों के पूरक के रूप में देखा जाना चाहिए। श्री पेम्मासानी ने कहा कि 5जी और आगामी 6जी, सैटकॉम सेवाओं के साथ मिलकर जमीन और आसमान दोनों को जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सैटकॉम का उपयोग अंतिम मील तक कनेक्टिविटी और भारत में डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए किया जाना चाहिए। संचार मंत्री ने डिजिटल विभाजन को पाटने में सैटकॉम की क्षमता पर प्रकाश डाला और मजबूत नेटवर्क स्थापित करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ‘सैटकॉम रिफॉर्म 2022’ जैसी नीतियों ने सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की भागीदारी के लिए रास्ता आसान किया है, जिससे नवाचार के लिए सार्थक वातावरण तैयार हुआ है।