केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी वर्ष 2025 से, भर्ती परीक्षाओं की बजाए उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करने पर विशेष ध्यान देगी। नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार दस नए पदों का सृजन कर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का पुनर्गठन करने की योजना बना रही है।
श्री प्रधान ने यह भी कहा कि नीट (यूजी) की परीक्षा ऑनलाइन या पेन पेपर फार्मेट में कराने के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय से बात चल रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य निकट भविष्य में प्रवेश परीक्षाओं को कंप्यूटर और तकनीकी माध्यम से आयोजित कराने का है।
श्री प्रधान ने बताया कि पिछले आठ साल में प्रति बच्चे पर किए जाने वाले खर्च में 130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्ष 2013-14 में यह राशि 10 हजार 780 रूपए थी, वह 2021-22 में बढ़कर 25 हजार 43 रूपए हो गई है। श्री प्रधान ने यह भी बताया कि सरकार ने प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत 1 लाख करोड़ से ज्यादा रूपयों को निवेश किया है।
शोधार्थियों के लिए एक राष्ट्र, एक सदस्यता (ओएनओएस) पर श्री प्रधान ने कहा कि अब लगभग 13 हजार ई-जनरल विद्यार्थियों को उपलब्ध हैं और अगले तीन साल में सरकार इस पहल पर छह हजार करोड़ रूपए निवेश करेगी।