सरकार पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा अन्य सभी राज्यों में परम्परागत कृषि विकास योजना – पीकेवीवाई और विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों में मिशन ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट फॉर नॉर्थ ईस्टर्न रीजन – एमओवीसीडीएनईआर योजनाओं के माध्यम से जैविक खाद का उपयोग करके जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है।
कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने आज लोकसभा में यह जानकारी देते हुए कहा कि पीकेवीवाई योजना के तहत किसानों को ऑन-फार्म और ऑफ-फार्म जैविक इनपुट के लिए तीन साल के लिए प्रति हेक्टेयर 15 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसमें जैविक खाद भी शामिल है।
मंत्री ने कहा कि एमओवीसीडीएनईआर योजना के तहत किसानों को ऑफ-फार्म और ऑन-फार्म जैविक इनपुट के लिए तीन साल के लिए प्रति हेक्टेयर 32 हजार 500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि सरकार जैव उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है जो पोषक तत्वों का प्रभावी और पर्यावरण अनुकूल स्रोत हैं।