सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज विश्वास व्यक्त किया कि भारत आने वाले वर्षों में मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखते हुए छह से आठ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर को सहजता से बनाए रखेगा। श्री वैष्णव ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक के एक सत्र के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि समावेशी विकास भारत के आर्थिक खाके का एक प्रमुख स्तंभ बना हुआ है, जबकि विनिर्माण, सेवाओं और कानूनों के सरलीकरण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समावेशी विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में लौटने का एक प्रमुख कारण रहा है। उन्होंने बताया कि श्री मोदी ने यह सुनिश्चित किया कि आर्थिक विकास का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे।
श्री वैष्णव ने विभिन्न उद्योग जगत के नेताओं के साथ भी बैठकें भी कीं। उन्होंने बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के एशिया-पैसिफिक के अध्यक्ष नीरज अग्रवाल से मुलाकात की और मोहाली में प्लाक्षा विश्वविद्यालय में सेमीकंडक्टर प्रतिभा के विकास और एआई, उन्नत विनिर्माण और सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र पर व्यापक चर्चा की। श्री वैष्णव ने सीमेंस के सीईओ रोलांड बुश के साथ भी बैठक की। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि सीमेंस भारत में अपने उत्पादन और सेवा पेशकशों को व्यापक बनाएगा।