प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में कल विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन हुआ और पंचायतों में स्वच्छता के लिए श्रमदान की गतिविधियों के साथ स्वच्छता ही सेवा अभियान का समापन हुआ। इसके अतिरिक्त ओडीएफ़ प्लस बनाये गये 500 से अधिक ग्रामों को ग्राम सभा में ओडीएफ़ प्लस मॉडल घोषित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों कई ऐसे स्थान जो हमेशा गंदे रहने के कारण गंदगी का पर्याय बन गये थे।
गंदगी के ऐसे ब्लैक स्पॉट्स को स्वच्छता लक्षित इकाइयाँ के रूप में चिन्हित किया गया। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख 50 हज़ार से अधिक स्वयं सेवियों ने इस कार्य में शामिल होकर अभियान समाप्ति तक 24 हजार 500 से अधिक ऐसे ब्लॉक स्पॉट्स को स्वच्छ साईट में परिवर्तित किया।