उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सतत विकास राष्ट्र का मार्गदर्शक सिद्धांत होना चाहिए। कर्नाटक के उत्तर कन्नड जिले में सिर्सि के वानिकी महाविद्यालय में आज विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच सामजस्य की आवश्यकता का उल्लेख किया।
श्री धनखड़ ने अर्थव्यवस्था और पारिस्थितकी तंत्र के बीच सहजीवी संपर्क का उल्लेख किया। उन्होंने क्षेत्र आधारित शिक्षा की बात कही। श्री धनखड़ ने जंगलों को पृथ्वी का फेफड़ा बताया। श्री धनखड ने जलवायु की अनदेखी के प्रति आगाह किया। उन्होंने पश्चिमी घाटो के अभिभावको के रूप में विद्यार्थियों की सराहना की।