संसद के दोनों सदनों में आज शीतकालीन सत्र के लगातार चौथे दिन भी व्यवधान जारी रहा। एक प्रमुख व्यापारिक समूह के खिलाफ कथित रिश्वत के आरोपों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के विरोध के कारण राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में दोपहर बारह बजे दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही, कांग्रेस, डी.एम.के., समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। प्रश्नकाल सुचारू रूप से चलने देने की अध्यक्ष ओम बिरला की अपील के बावजूद हंगामा जारी रहा। उन्होंने व्यवधान पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जनता चाहती है कि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चले।
शोर-शराबे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा में, जब आज सुबह सदन की बैठक शुरू हुई, तब सभापति जगदीप धनखड़ ने एक प्रमुख व्यापारिक समूह के खिलाफ कथित रिश्वत के आरोपों और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग करने वाले विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
कार्यवाही के दौरान लगातार व्यवधान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभापति ने कहा कि विरोध करने वाले सदस्यों ने बहुत खराब परम्परा कायम की है और सदन लोगों की आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा है। उन्होंने कहा कि लोग सदस्यों के इस व्यवहार पर दुखी हैं और उनका कहना है कि यह सार्वजनिक हित में नहीं हैं। सदन में शोर-शराबे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।