संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पहले सदन के बाद दोपहर 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर केन्द्रीय इलेक्ट्रोनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शोर-शराबे के बीच ऑनलाइन गेमिंग प्रोत्साहन और विनियमन विधेयक -2025 पेश किया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में व्यवधान डालने के लिए विपक्षी सदस्यों के व्यवहार पर आपत्ति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विपक्ष पिछले तीन दिन से सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से लौटे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि पर विशेष चर्चा नहीं होने दे रहा है। उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
विपक्षी सदस्यों ने संसदीय कार्यमंत्री की अपील के बावजूद विरोध जारी रखा, जिस कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया और बिहार में गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों के व्यवहार पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही में बाधा डालना उचित नहीं है। अपील के बावजूद विपक्ष का हंगामा जारी रहा और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
उधर राज्यसभा में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिली। पहले स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर पीठासीन अधिकारी ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा। शोर शराबे के बीच सदन की कार्यवाहीं दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होने पर उपसभापित हरिवंश ने कहा कि विभिनन मुद्दों पर कई राजनीतिक दलों से 18 स्थगन प्रस्ताव मिले हैं लेकिन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें खारिज कर दिया गया। इसे लेकर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की। श्री हरिवंश ने शून्यकाल चलाने की कोशिश की लेकिन हंगामा जारी रहने पर सदन की कार्यवाहीं 12 बजे तक स्थगित कर दी।