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अगस्त 21, 2025 5:27 अपराह्न

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संसद का मानसून सत्र सम्‍पन्‍न, लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित

लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही पिछले महीने की 21 तारीख से शुरू हुआ संसद का मानसून सत्र सम्‍पन्‍न हो गया है। लोकसभा में, दोपहर 12 बजे पहली बार स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो  अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान 14 सरकारी विधेयक पेश किए गए और कुल 12 विधेयक पारित किए गए। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिन  विशेष चर्चा भी हुई, जिसका समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तर के साथ हुआ। अध्यक्ष ने बताया कि लोकसभा में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों पर भी विशेष चर्चा  की गई। उन्होंने कहा कि इस सत्र की कार्यसूची में कुल 419  प्रश्न शामिल थे, लेकिन लगातार पूर्व नियोजित व्यवधानों के कारण केवल 55 प्रश्नों का ही मौखिक उत्तर दिया जा सका। श्री बिरला ने विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सांसदों द्वारा किए गए व्यवधानों के कारण समय की बर्बादी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस सत्र में सदन मुश्किल से 37 घंटे ही काम कर पाया। श्री बिरला  ने कहा कि इस सत्र में जिस तरह की भाषा और व्यवहार देखने को मिला, वह संसद की गरिमा के अनुरूप नहीं था। उन्‍होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि संसदीय मर्यादा बनाए रखने में योगदान देना सदस्यों की सामूहिक ज़िम्मेदारी है।

इससे पहले, सवेरे 11 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्षी दलों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।  अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू किया, लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राज्यसभा में, दोपहर 2 बजे पहले स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तो विपक्षी दलों ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर नारेबाजी शुरू कर दी। उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सदन की कार्यवाही चलने देने और अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह किया। हंगामे के बीच, संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025 और जम्मू – कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 को राज्यसभा द्वारा आगे की जांच के लिए संसद की एक संयुक्त समिति को भेज दिया गया है। संसद ने ऑनलाइन गेमिंग विधेयक, 2025 को पारित कर दिया है, इसे आज राज्यसभा ने मंजूरी दे दी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि विपक्षी सदस्यों को उनके मुद्दों पर बोलने नहीं दिया जा रहा है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने उनकी टिप्पणी पर आपत्ति व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि आसन पर आक्षेप लगाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि आसन सभी सदस्यों को बोलने की अनुमति देता है लेकिन विपक्षी सांसदों ने प्रासंगिक विषय पर बात नहीं की। श्री रिजिजू ने कहा कि  विपक्षी सांसदों ने पूरे मानसून सत्र के दौरान आसन के साथ सहयोग नहीं किया।

सदन की कार्यवाही  दो बार के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर पुनः आरंभ होने पर उपसभापति ने मानसून सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा उत्पन्न व्यवधान पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सदन केवल 41 घंटे 15 मिनट ही चला और सत्र की उत्पादकता 38 दशमलव आठ प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान 14 सरकारी विधेयक पारित किए गए या लौटाए गए। उपसभापति ने बताया  कि सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा भी हुई। बाद में उन्होंने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले, सुबह 11 बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो उपसभापति हरिवंश ने विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर दिए गए 18 स्थगन नोटिसों को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। श्री हरिवंश ने शून्यकाल चलाने का प्रयास किया, लेकिन विपक्ष के मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर विरोध के कारण कार्यवाही नहीं हो सकी। शोर-शराबा जारी रहने पर उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।