विधि और न्याय तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार अर्जुन राम मेघवाल ने समकालीन भारत में समानता और न्याय की उभरती गतिशीलता पर प्रकाश डालते हुए “सभी के लिए अतिरिक्त न्याय” के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है।
श्री मेघवाल ने आज शाम कोहिमा में आयोजित राज्य स्तरीय मेगा विधिक सेवा शिविर के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. बी.आर. अंबेडकर को उस ढांचे को स्थापित करने का श्रेय दिया जो आज भी राष्ट्र का मार्गदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व हमारे संविधान के तीन मुख्य स्तंभ हैं। राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक न्याय भारत के लोकतांत्रिक ढांचे के केंद्र में बने हुए हैं।
श्री मेघवाल ने यह भी घोषणा की कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने मेरिएमा में लंबे समय से प्रतीक्षित कोहिमा उच्च न्यायालय भवन के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता को मंजूरी दे दी है – जो नागालैंड में न्यायिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।