लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मीडिया के कुछ वर्गों में लगाये गये इन आरोपों का खंडन किया है कि संविधान खतरे में है, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को संकीर्ण राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए। मंगलवार को संविधान दिवस से पूर्व आकाशवाणी समाचार के साथ एक विशेष साक्षात्कार में श्री बिरला ने यह बात रेखांकित की कि संविधान देश के लोगों से संबंधित है और समाज के प्रत्येक वर्ग का इस पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि यह पवित्र ग्रन्थ देश के 140 करोड़ लोगों का है और सामाजिक तथा आर्थिक परिवर्तन का स्रोत है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि संविधान दिवस के अवसर पर हमें संविधान सभा में हुई चर्चा और विचार विमर्श से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। आरक्षण के मुद्दे पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए श्री बिरला ने कहा कि राजनीतिक दल इस बारे में आरोप और प्रत्यारोप लगा सकते हैं लेकिन किसी सरकार ने आरक्षण कोटे को बदलने की कोई कोशिश नहीं की है। श्री बिरला का पूरा साक्षात्कार आज शाम सात बजकर 10 मिनट पर आकाशवाणी समाचार के कार्यक्रम सुर्खियों में एफ एम गोल्ड पर सुना जा सकता है।