संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र की उच्च स्तरीय चर्चा आज शुरू होगी। इस सत्र के लिए विश्व के नेता न्यूयॉर्क में एकत्रित हुए हैं। इस सत्र में गाजा और यूक्रेन के युद्ध और फलीस्तीन को अलग देश के रूप में बढ़ती पश्चिमी मान्यता के मुद्दों के चर्चा में हावी रहने की संभावना है। इस वर्ष का विषय – एक साथ बेहतर: शांति, विकास और मानवाधिकारों के लिए 80 वर्ष और उससे अधिक है।
महासभा की चर्चा में ब्राजील पहले अपना विचार रखेगा। इसके बाद मेजबान देश के रूप में अमरीका की बारी होगी। अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप महासभा में मुख्य भाषण देंगे। फलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए महासभा को सम्बोधित करेंगे। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू शुक्रवार को अपने विचार रखेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोद्योमीर ज़ेलेन्स्की विश्व के नेताओं के साथ आम चर्चा और द्विपक्षीय बैठकों दोनों में भागीदारी करेंगे। विदेश मंत्री डॉ सुब्रह्मण्यम जयशंकर महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस बीच, एक अत्यधिक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सीरिया के राष्ट्रपति अहमद-अल-शरा महासभा को सम्बोधित करेंगे। यह सम्बोधन सीरिया के किसी राष्ट्राध्यक्ष का 1967 के बाद पहला सम्बोधन होगा।