संतान की लंबी आयु के लिए आज माताओं ने जीवित पुत्रिका पर्व का वर्त किया है। इस व्रत में महिलाएं निर्जला उपवास रहकर अपनी संतान के लिए प्रार्थना करती हैं। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भी गंगा और वरुणा नदी में बाढ़ के बावजूद व्रती महिलाओं ने तट पर भगवान जिउतवाहन की विधि विधान से पूजा अर्चना की और उनकी कथा सुनी।
Site Admin | सितम्बर 25, 2024 7:28 अपराह्न
संतान की लंबी आयु के लिए आज माताओं ने जीवित पुत्रिका पर्व का वर्त किया
