श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 25 से 27 फरवरी के बीच किसी भी तरह के प्रोटोकॉल व्यवस्था में दर्शन पूजन नहीं होगा। महाकुंभ से काशी में आ रहे श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या और नागा संतों की पेशवाई के मद्देनज़र मंदिर न्यास ने यह निर्णय लिया है। जिलाधिकारी एस.राज लिंगम ने बताया कि उनका प्रयास है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भगृह के चारों दरवाजों से श्रद्धालुओं को दर्शन करवाया जाए।
साथ ही महाकुंभ के पलट प्रवाह को देखते हुए सुरक्षा कारणों से वाराणसी की परम्परागत शिव बारात इस बार महाशिवरात्रि के 1 दिन बाद यानी 27 फरवरी को निकाली जाएगी। और विभिन्न मार्गो से होते हुए राजेंद्र प्रसाद घाट तक जाएगी।