श्रीलंका में पहली बार एआई एक्सपो और सम्मेलन का आयोजन हुआ। यह द्वीपीय राष्ट्र के डिजिटल परिवर्तन में एक मील का पत्थर साबित हुआ है। डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रालय द्वारा आयोजित यह आयोजन डिजिटल रूप से एकीकृत अर्थव्यवस्था की दिशा में श्रीलंका के प्रयासों की दिशा में एक साहसिक कदम है।
उद्घाटन के अवसर पर, प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने प्रगति और सावधानी के बीच संतुलन बनाने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि संशय को प्रतिरोध के रूप में नहीं, बल्कि एक सुरक्षा कवच के रूप में देखा जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि तकनीक मानवता की सेवा में बनी रहे। इस एक्सपो से उद्योगों में एआई को अपनाने में तेज़ी आने और वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में श्रीलंका की भूमिका मज़बूत होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका सरकार ने डिजिटल अर्थव्यवस्था को 2025 के लगभग 3 दशमलव 5 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक 15 अरब डॉलर करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इस वृद्धि में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का योगदान 12 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है, जिससे यह देश के आर्थिक दृष्टिकोण का केंद्र बन जाएगा।