श्रीलंका में आज ध्वजारोहण समारोह के साथ वार्षिक कटारागामा एसाला उत्सव शुरू हो रहा है। कई सप्ताह तक पद यात्रा करने वाले श्रद्धालु श्रीलंका के उत्तरी प्रायद्वीप में जाफना जैसे सुदूर स्थानों से कठिन भूभाग को पार करते हुए 500 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पूरी कर कटारागामा पहुंच चुके हैं। भारत और श्रीलंका के बीच गहरे सम्बंधों का प्रतीक यह त्यौहार विभिन्न धर्मों के लोगों द्वारा मनाया जाता है। कथारागामा का मुख्य मंदिर महा देवल युद्ध के हिंदू देवता स्कंद को समर्पित है। स्कंद को बौद्ध लोग कथारागामा देवियो के रूप में भी पूजते हैं, जबकि मुसलमानों का मानना है कि इस स्थान का सम्बंध हजरत खिज्र से है। सात जुलाई को परहरा में अग्नि संस्कार संपन्न होगा और महा परहरा यानि भव्य उत्सव 10 जुलाई को होगा।