आज की युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति और शास्त्रीय नृत्य को भूलती जा रही है और पश्चिमी सभ्यता को अपनाने में लगी है। कला संगम शिमला द्वारा कथक नृत्य को बढ़ावा देने के मकसद से शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में शनिवार शाम को भाषा कला एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से एक शास्त्रीय नृत्य संध्या का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें करीब 60 से 70 विद्यार्थी कथक नृत्य की अदभुद प्रस्तुतियां देकर कथक के तीनों तालों की दर्शकों को जानकारी व मनोरंजन करेंगे।
कला संगम अकादमी शिमला की अध्यक्ष पूनम शर्मा ने बताया कि कथक को प्रोत्साहन देने के मकसद से शिमला के गेयटी थिएटर में शास्त्रीय नृत्य शाम का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करने कर साथ भारत की शास्त्रीय नृत्य विधाओं को बढ़ावा देना है।