आज विश्व सिकल सेल दिवस है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार इस बीमारी पर काबू पाने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि वे इस आनुवांशिक रक्त विकार के बारे में जागरूकता पैदा करने जैसे अन्य पहलुओं पर भी काम कर रहे हैं।
सिकल सेल रोग शरीर में रक्त को प्रभावित करने वाली बीमारी है। इस रोग के कारण रक्त कोशिकाओं के भीतर हीमोग्लोबिन का स्तर प्रभावित होने लगता है। लखनऊ के एसजीपीजीआई के हेमटोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर संजीव यादव ने सिकल सेल रोग पर जानकारी देते हुए कहा कि भारत के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में इस बीमारी का प्रभाव ज्यादा देखा जाता है। इससे बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है।
उन्होंने कहा- सिकल सेल डे सबसे कॉमन जेनेटिक रक्त संबंधी बीमारी है और रैपिड सेकंड लार्जेस्ट नंबर ऑफ सिकल सेल पेशेंट इस कंट्री में जिसमें की मेनली एयर ट्राइबल पापुलेशन में ज्यादा है। इस बीमारी को खत्म करने का सरकार ने 2047 तक संकल्प लिया है और इसलिए बीमारी के अवरनेस की बहुत जरूरत है। सिकल सेल में यूज ली पेसेन्ट जो होते है उनको ज्वाइंट में पेन होना स्टार्ट होता है। इस चीज को हम मेथी कोजिक क्राइसिस बोलते है, आगे चल के उनके बाकी ऑर्गेनिक भी धीरे-धीरे इफेक्ट होने लगते है। स्पेशल किसी भी प्रॉब्लम जॉइंट की प्रॉब्लम और आंखों की प्रॉब्लम सबसे कामन होती है।