चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं। कल रात नौ बजकर सात मिनट पर पूरे विधि-विधान के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए गए। इस अवसर पर मंदिर को 15 टन गेंदे के फूलों से सजाया गया था। ठंड बढ़ने के बावजूद कपाट बंद होने के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। इस दौरान सिंह द्वार परिसर में गढ़वाल स्काउट बैण्ड की भक्ति धुनों और श्रद्धालुओं के जय बदरी विशाल के जयकारों से बदरीनाथ धाम गूंज उठा।
कपाट बंद होने के बाद श्री उद्धव जी और श्री कुबेर जी की उत्सव विग्रह डोली योग बदरी पांडुकेश्वर के लिए रवाना हो गई है। साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी नर्सिंग मंदिर, जोशीमठ के लिए रवाना हो रही है। इस वर्ष बदरीनाथ धाम में चौदह लाख पच्चीस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा शीतकाल के लिए बंद कर दी गई है।
गौरतलब है कि 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में इस वर्ष 45 लाख 50 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन किए।