दुनियाभर में आज विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य उच्च रक्तचाप से संबंधित खतरों के बारे में जागरूकता बढाना और इससे बचने के उपायों का प्रचार करना है। इस वर्ष का विषय है – अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापे, नियंत्रित करें और जीएं लंबा जीवन।
आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान – एम्स में मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर नवल के. विक्रम ने बताया कि उच्च रक्तचाप के लक्षण इसके खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप दिल की बीमारियों और आघात की वजह बन सकता है। श्री विक्रम ने नियमित रूप से रक्तचाप को मापने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली, शारीरिक सक्रियता, तनाव कम कर और आहार में बदलाव के माध्यम से उच्च रक्तचाप से बचा जा सकता है। श्री विक्रम ने उच्च रक्तचाप को रोकने के लिए नमक के सेवन पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।