रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि विकसित देशों की तुलना में बड़ा और तेज वृद्धि दर वाला होने के कारण विश्व अर्थव्यवस्था में ब्रिक्स देशों का योगदान बहुत अधिक होगा। कल मॉस्को में ब्रिक्स व्यापार मंच में उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के देश वास्तविक अर्थों में वैश्विक आर्थिक वृद्धि के वाहक हैं। श्री पुतिन ने कहा कि आने वाले समय में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में मुख्य योगदान ब्रिक्स देशों का ही होगा।
ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। अब इस समूह में मिस्र, इथोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को भी शामिल किया गया है।
अगले सप्ताह रूस के कज़ान शहर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन प्रस्तावित है। इस सम्मेलन में सहभागिता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिन की यात्रा पर मंगलवार को रूस जा रहे हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने राजधानी मॉस्को में पत्रकारों से कहा कि ब्रिक्स कभी भी किसी के खिलाफ नहीं रहा है। श्री पुतिन ने इस बात को उजागर करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया और कहा कि ब्रिक्स पश्चिम-विरोधी नहीं, बल्कि एक गैर-पश्चिमी संगठन है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देश विश्व राजनीति और व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं।
श्री पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के साथ संघर्ष को रूस शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहता है। उन्होंने युद्ध में यूक्रेन का साथ देने के लिए अमरीका और पश्चिमी देशों की आलोचना की। श्री पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की ओर से यह संघर्ष नॉटो लड़ रहा है। उन्होंने मौजूदा स्थिति पर प्रधानमंत्री मोदी की चिंता की सराहना की। श्री पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी चर्चाओं के दौरान इस मुद्दे को लगातार उठाते रहे हैं।