दिसम्बर 29, 2024 4:12 अपराह्न

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विश्वविद्यालयों और उनके सम्बद्ध महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित पाठ्यक्रम किए जाएंगे तैयार

उत्तराखंड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। राज्य विश्वविद्यालयों और उनके सम्बद्ध महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे। इसके लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय को समितियां गठित कर पाठ्यक्रम विकसित करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके साथ ही परीक्षा परिणामों को समय पर घोषित करने के लिए परीक्षा मूल्यांकन प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल किया जाएगा। दून विश्वविद्यालय परिसर में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में द्वितीय कुलपति गोलमेज सम्मेलन-2024 का आयोजन किया गया।

इस सम्मेलन में राज्य के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भाग लिया, जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार करने पर सहमति बनी। इसके अलावा, यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति अपनी टीम के साथ देष के दो-दो प्रमुख विश्वविद्यालयों का दौरा करेंगे। उच्च षिक्षा विभाग की एक उच्च स्तरीय समिति भी षिक्षा के अग्रणी देषों का षैक्षणिक दौरा करेगी। सम्मेलन में यह भी तय हुआ कि राज्य विश्वविद्यालयों में हर साल अंतर विश्वविद्यालय सांस्कृतिक और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, राज्य में एनसीसी की सीटों में वृद्धि करने के लिए भारत सरकार से स्वीकृत सात हजार पांच सौ सीटों का जल्द आवंटन किया जाएगा।