केंद्रीय श्रम, रोजगार और युवा कार्यक्रम तथा खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि विभाजित विश्व और संवाद के कम अवसर को देखते हुए औरोविले के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का महत्व बढ़ रहा है। वे पुद्दुचेरी के पास औरोविले अंतरराष्ट्रीय टाउनशिप में चल रहे औरोविले साहित्य महोत्सव के विशेष पूर्ण सत्र के दौरान छात्रों से बातचीत कर रहे थे।
डॉ. मांडविया ने कहा कि औरोविले में एक वैश्विक मंच के रूप में उभरने की दुर्लभ क्षमता है, जहां अनुवाद, संवाद और आपसी सम्मान के माध्यम से विश्व साहित्य एक मंच पर आता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में औरोविले को भारत सरकार का समर्थन मिलने से विकसित भारत की भावना प्रदर्शित होती है।
श्री मांडविया ने कहा कि सभ्यताएं एक-दूसरे को सीमाओं या संघर्षों से नहीं, बल्कि विचारों, कहानियों, दर्शन और साझा चिंतन के माध्यम से समझती हैं। उन्होंने कहा कि साहित्य लोगों को दूसरों के नजरिए से दुनिया देखने में सक्षम बनाता है और व्यस्त समय में गहराई प्रदान करता है।
पुद्दुचेरी के उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन, मुख्य सचिव शरत चौहान और ऑरोविल फाउंडेशन के सचिव और गुजरात सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव जयंती एस. रवि भी उपस्थित थे। ऑरोविले फाउंडेशन द्वारा केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और पुद्दुचेरी सरकार के सहयोग से आयोजित बहुभाषी ऑरोविले साहित्य महोत्सव का समापन कल होगा।