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दिसम्बर 16, 2024 4:40 अपराह्न

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विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विपिन परमार ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार से जनता दुखी है

विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विपिन परमार ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार से जनता दुखी है। व्यवस्था परिवर्तन के बजाए व्यवस्था पतन हो रहा है। भाजपा जिला कांगड़ा 18 दिसंबर को सुबह दस बजे जोराबर स्टेडियम में आक्रोश प्रदर्शन करेगी।कांग्रेस सरकार के दो सालों में प्रदेश की दशा हुई है उसका एहसास सरकार को करवाएंगे। हिमाचल प्रदेश के लोग दुखी है। बालक बुद्दी का प्रमाण सरकार ने एक बार नहीं बार बार दे हे हैं। मुर्गा व समोसा लोगों की जुबान पर है।
 
हिमाचल प्रदेश का पूरे देश में दुनिया में जो संदेश गया है वह अच्चा नहीं है। स्पष्टिकरण देना पड़ रहा है कि न तो मुर्गा खाते हैं न ही समोसा खाते हैं। मंत्रियों को कहना पड़ रहा है कि हमने लगेज टैक्स नहीं लगाया। ट्वाइलेट टेस्क का जिक्र होता है। यह सब बालकबुद्दि है, कुछ दिल्ली में हैं और हिमाचल में 40 लोग व उनके मुखिया ऐसे हैं।
 
 
18 दिसंबर को केंद्रदीय विवि का मुद्दा भी गूंजेगा। दो साल हो गया, शिक्षा बोर्ड में चेयरमैन नहीं लगा। कृषि विवि में वाइस चांसलर व एचपीयू में वाइस चांसलर नहीं लगा। आज हिमाचल प्रदेश शिक्षा में लुढककर पीछे आ गया है।
यहां पर शीतकालीन सत्र आयोजित होता था, उस समय के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, प्रेम कुमार धूमल व जयराम यहां मिनी सचिवालय में बैठते थे। दो साल से मुख्यमंत्री ने धर्मशाला की सुध नहीं ली। आज देहरा में कार्यालय खोले जा रहे हैं, जबकि जब भाजपा ने संस्थान खोले थे तो उन्हें बंद करवा दिया।
 
जबकि देहरा में सौगातें बांटी जा रही है। एक एक डिवीजन का सर्कल बना दिया जा रहा है। क्राइम रेट शून्य पर वहां पुलिस अधीक्षक बैठा रहे हैं। ब्लाक बना रेह हैं वहां पर बीएमओ बैठा देते हैं। जन आक्रोश प्रदर्शन में 18 दिसंबर को स्थानीय व केंद्र के नेता आएंगे। हिमाचल आन सेल का भी पूरा चिट्ठा जनता के सामने रखेंगे।
 
 
हिमचाल प्रदेश के 18 होटलों को बेचने के प्रयास हुए। इन्हें बेचने के पीछे कौन से लोग हैं। सरकार के 80 वकील सरकार के मामलों की पैरवी करते थे तो इन होटलों की पैरवी क्यों नहीं कि। इसमें स्वयं के स्वार्थ जुटे हैं।
 
 
प्रदेश कृषि विवि की महंगी जमीन को बेचने का काम शुरू हो गया। तीन हजार कनाल जमीन को बेचने की कवायद की गई। इसका भाजपा ने विरोध किया। रैलियां निकाली, पर सरकार नहीं मानी। 118 का उलंघन कर रहे हैं। मित्र जमीन देख रहे हैं और फाइलें क्लेयर हो रही हैं। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में वन टाइम सेटलमेंट कर मित्रों की जेब भरी गई।
 
 
वहीं इस मौके पर विधायक पवन काजल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में कांगड़ा के हितों की अनदेखी हुई है। केंद्रीय विवि का 30 करोड़ रुपये नहीं दे सके और एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई।
 
 
वहीं, विधायक सुधीर शर्माो कहा कि भाजपा का जन आक्रोश प्रदर्शन को जनता का समर्थन है। अनदेखी कांगड़ा की हुई है। प्रदेश में असुरक्षा का वातावरण है। शीतकालीन प्रवास होता था। सरकार ने विधायकों के आगे पायलट चला रकी है। मित्र मंडली को लाभ पहुंचाया जा रहा है। हिमाचल आन सेल के दस्तावेज जनता के सामने रखेंगे।