विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर ने आज नई दिल्ली में हुए बैठक में भारत-मालदीव द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं और क्षेत्रीय तथा सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और आपदा राहत सहित कई अन्य मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया।
मालदीव में कर्मियों के अंतिम दल के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देश काफी समय से विमानन प्लेटफार्मों के संचालन को जारी रखने का प्रयास कर रहा है। श्री जयसवाल ने कहा कि मालदीव में सहायता प्रदान कर रहा भारतीय लोगों का पहला और दूसरा दल वापस आ गया है। उन्होंने बताया कि सक्षम भारतीय तकनीकी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति हो चुकी है और ऐसे तकनीकी लोगों को वहां भेजा गया है जो विमानन प्लेटफार्मों का संचालन कर सकते हैं। ये विमानन प्लेटफॉर्म मालदीव के लोगों को मेडवैक -चिकित्सा निकासी और मानवीय सेवाएं प्रदान करते हैं।
ईरान में जहाज पर सवार सोलह नाविकों के बारे में श्री जयसवाल ने कहा कि भारत उन्हें जल्द से जल्द रिहा कराने के लिए ईरानी सरकार के संपर्क में है।
आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा में गिरफ्तार तीन भारतीयों पर उन्होंने कहा कि कनाडा ने गिरफ्तारी के बारे में भारत को सूचित कर दिया है।
एक अन्य प्रश्न का जवाब देते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि दुबई से एक चार्टर्ड उड़ान कई भारतीयों के साथ किंग्स्टन जमैका में उतरी। उन्होंने कहा कि उनके पास पहले से यात्रा और होटल की बुकिंग थी लेकिन स्थानीय अधिकारी पर्यटक के रूप में उनसे संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने बताया कि उचित औपचारिकताओं के बाद उन्हें सात मई को दुबई भेज दिया गया।