विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर आज अबू धाबी में रायसीना मध्य पूर्व के उद्घाटन सत्र में मुख्य भाषण देंगे। संयुक्त अरब अमीरात की तीन दिन की यात्रा के दौरान उन्होंने अबू धाबी में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया।
अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि कहा कि वैश्विक व्यवस्था परिवर्तन के इस दौर में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच तालमेल बढ़ाए जाने पर जोर दिया दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में चुनौतियां और अवसर दोनों आते हैं और सच्ची दोस्ती की परीक्षा के साथ-साथ वह और भी सुदृढ होती है।
डॉक्टर जयशंकर ने दोनों देशों के साझा मूल्यों और आपसी विश्वास का भी उल्लेख किया। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के संयुक्त दृष्टिकोण के तहत दोनों देशों की साझेदारी ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त की हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को आश्वासन दिया कि भारत, उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सक्रिय समर्थन के लिए संयुक्त अरब अमीरात की सरकार का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान, सहिष्णुता मंत्री नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान और विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉक्टर थानी बिन अहमद अल ज़ीयौदी भी शामिल हुए।