विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को हास्यास्पद बताया है। उन्होंने ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का भू-भाग है। आज सिंगापुर में दक्षिण एशियाई अध्ययन संस्थान के कार्यक्रम में डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत इस मुद्दे पर अपने स्पष्ट रूख को बार-बार दोहराता रहा है। उन्होंने कहा कि यह कोई नया मुद्दा नहीं और चीन पहले भी ऐसे दावे करता रहा है और अब और बढ़ चढ़कर कर रहा है।
भारत और चीन की उभरती वैश्विक स्थिति पर विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे सामने चुनौती यह है कि दोनों उभरती ताकतों के बीच कैसे संतुलन बनाया जाए। उन्होंने ने कहा कि दोनों ही देश न केवल पडोसी हैं बल्कि इतिहास और जनसंख्या की दृष्टि से भी दुनिया से अलग हैं।
पाकिस्तान पर डॉ. जयशंकर ने जोर देकर कहा कि भारत आतंकवाद को नजर अंदाज नहीं कर सकता। उन्होंने ने कहा कि हर एक देश अपने पड़ोस में स्थिरता चाहता है लेकिन दुर्भाग्य से भारत के साथ ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने एक ऐसे पडोसी से निपटने की चुनौती है जो खुलकर आंतकवाद को सरकारी नीति की तरह इस्तेमाल करता है।
डॉ. जयशंकर तीन दिन की यात्रा पर सिंगापुर में हैं। उन्होंने आज दोपहर में सिंगापुर की प्रमुख कम्पनियों के प्रमुखों से बातचीत की। एक सोशल मीडिया पोस्ट में विदेश मंत्री ने निवेश के अनुभव के आधार पर भारत की विकास गाथा पर सकारात्मक प्रतिक्रिया की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि निवेशकों की भारत में व्यापार के प्रसार की प्रतिबद्धता बढेगी।