विदेशी निवेशकों द्वारा इस महीने में अब तक 58 हजार करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की गई। यह बिकवाली मध्य-पूर्व में बढ़ते भू-राजनैतिक तनाव, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और चीनी शेयर बाजार के मजबूत प्रदर्शन के कारण देखने को मिली।
सितम्बर महीने में इस साल का 57 हजार 724 करोड रूपये का उच्चतम निवेश किया गया था, जिसके बाद यह बिकवाली देखी गई।
डिपोजिट्री के आंकड़ों के अनुसार जनवरी, अप्रैल और मई को छोड़कर एफपीआई द्वारा इस वर्ष खरीदारी जारी रही। एक से 11 अक्टूबर तक एफपीआई द्वारा इक्विटी बाजार से 58 हजार 711 करोड़ रुपये की निकासी की गई।