विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारत जैव प्रौद्योगिकी आधारित जैविक क्रांति के युग की ओर अग्रसर है। वे आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में वैश्विक जैविक-भारत 2024 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक समय में पश्चिमी देशों पर सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति का प्रभाव था उसी तरह आज भारत को भी जैविक क्रांति से गुजरना पड रहा है। वैश्चिक जैविक भारत-2024 के बारे में विचार व्यक्त करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों, राज्य सरकारो, नये कामकाज शुरू करने वाली संस्थाओं, अनुसंधानकर्त्ताओं, जैविक समूहों, निवेश कर्त्ताओं, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं, नीति निर्धारकों के लिए यह एक मंच का भूमिका निभायेगा। वैश्विक जैविक भारत-2024 के अवसर पर 30 से अधिक देशों ने 500 से अधिक प्रदर्शनीयां लगाई हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे नवचार, विचारों और भागीदारी को बढावा मिलेगा।
ग्लोबल बायो इंडिया-2024 जैव प्रौद्योगिकी से संलग्न संस्थाओं और विद्वानों का एक ऐसा विशाल अंतर्राष्ट्रीय समूह है जिसमें भारत की जैविक प्रौद्योगिक विकास और संभावनाओं को विश्व के समक्ष
प्रस्तुत किया गया है।