केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा है कि विकसित भारत 2047 परिकल्पना भारत को एक अग्रणी विनिर्माण और निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करता है। यह आर्थिक अनुकूलन, तकनीकी नेतृत्व और औद्योगिक आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देता है।
उन्होंने यह बात नई दिल्ली में भारी उद्योग मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में कही। श्री कुमारस्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, भारत अमृत काल में परिवर्तनकारी कदम उठा रहा है। इसका लक्ष्य वैश्विक औद्योगिक महाशक्ति बनना है। उन्होंने यह भी कहा कि विनिर्माण सकल घरेलू उत्पाद में 17 प्रतिशत का योगदान देता है। यह आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें इंजीनियरिंग, पूंजीगत सामान, मोटर वाहन और नवीकरणीय ऊर्जा वाले क्षेत्र शामिल हैं।
बैठक में विद्युत वाहन अपनाने में तेजी लाने, विनिर्माण व्यवस्था को बढ़ाने और टिकाऊ परिवहन तथा बुनियादी ढांचे की बढ़ती मांग में सहयोग करने के लिए भारी विद्युत उपकरणों के घरेलू उत्पादन को मजबूत करने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।