उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने कहा है कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में सिविल सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
आज नई दिल्ली में भारतीय रक्षा लेखा सेवा के वर्ष 2023 और 2024 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से बातचीत में उपराष्ट्रपति ने सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता, सतर्कता और उत्तरदायित्व के उच्चतम मानक बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करने के लिए विवेकपूर्ण वित्तीय प्रबंधन आवश्यक है।
उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने कहा कि युवा अधिकारियों की युवा ऊर्जा और आधुनिक सोच राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से सेवा भाव और कर्तव्य बोध को अपना मार्गदर्शक मंत्र बनाने का आह्वान किया।