जून 17, 2025 4:02 अपराह्न

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विकसित भारत केवल एक सपना नहीं है, बल्कि एक निश्चित मंजिल है, जो एक मजबूत ज्ञान अर्थव्यवस्था द्वारा संचालित है: उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़

उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि विकसित भारत केवल एक सपना नहीं है, बल्कि एक निश्चित मंजिल है, जो एक मजबूत ज्ञान अर्थव्यवस्था द्वारा संचालित है। पांडिचेरी विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने देश को विकसित भारत की ओर ले जाने में प्रमुख हितधारकों के रूप में युवाओं और छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा सभी असमानताओं को खत्‍म कर समानता लाती है। उन्होंने शिक्षा के व्यावसायीकरण के खिलाफ भारत की पारंपरिक गुरुकुल प्रणाली में निहित मूल्यों की ओर लौटने का आग्रह किया।

भारत में उभरते स्टार्टअप इकोसिस्टम की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि देश यूनिकॉर्न में वैश्विक नेता होने पर गर्व करता है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं के लिए हर दिन ब्लू इकॉनमी से लेकर स्पेस इकॉनमी और इनोवेशन से लेकर रिसर्च तक के लिए ढेरों अवसर और संभावनाएं उभर रही हैं। उपराष्ट्रपति ने सरकार के सकारात्मक शासन और हैंडहोल्डिंग नीतियों की सराहना की, जिससे युवा अपने उद्यम और स्टार्टअप शुरू कर पा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से ऐसे अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। श्री धनखड़ ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बताया और इसके लचीलेपन की सराहना की, जो छात्रों को कई पाठ्यक्रम तलाशने और अपनी प्रतिभा, क्षमता और समय का पूरा सदुपयोग करने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन, मुख्यमंत्री एन. रंगासामी, विधानसभा अध्यक्ष आर. सेल्वम, पुद्दुचेरी के गृह मंत्री ए. नमस्सिवायम, सांसद एस. सेल्वगणबथी और वी. वैथिलिंगम, विधायक पी.एम.एल. कल्याणसुंदरम, पुद्दुचेरी के मुख्य सचिव डॉ. शरत चौहान और पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी. प्रकाश बाबू भी उपस्थित थे।