अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की बुधवार को वाशिंगटन में महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसका उद्देश्य कर्जे के बोझ तले दबे देशों और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने में सहयोग करना है। बैठक में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रकाशन विश्व आर्थिक दृष्टिकोण को भी जारी किया जाएगा। इस बैठक में केन्द्रीय बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न देशों के वित्त और विकास मंत्री, शिक्षाविद और निजी क्षेत्र तथा नागरिक समाज के प्रतिनिधि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चर्चा करेंगे।
इस वर्ष इन दोनों वैश्विक संस्थानों की 80वीं वर्षगांठ है।
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था के नियमन के लिए 1944 में इन संस्थाओं का गठन किया गया था। विश्व बैंक के प्रमुख अजय बंगा ने हाल ही में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि दुनिया जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न संकट, कर्ज, खाद्य सुरक्षा, महामारी और अर्थव्यवस्थाओं की नाजुक हालत जैसी समस्याओं से जूझ रही है।
उन्होंने कहा कि लोगों को स्वच्छ हवा, पानी और ऊर्जा उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से कदम उठाए जाने की जरूरत है।