नवम्बर 15, 2024 8:43 अपराह्न

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वाराणसी में प्रमुख नदियों के घाटों पर मनाई गई देव दीपावली

उत्तर प्रदेश में आज कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर वाराणसी में प्रमुख नदियों के घाटों पर देव दीपावली मनाई गई। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने वाराणसी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की मौजूदगी में नमो घाट का उद्घाटन किया। इसके बाद 84 घाटों पर 11 लाख दीप जलाकर गंगा आरती, लेजर शो और हरित आतिशबाजी के साथ देव दीपावली की शुरुआत हुई। आज शाम पूरे वाराणसी शहर में 17 लाख से अधिक मिट्टी के दीये जलाए गए। नमो घाट को वाराणसी का पहला मॉडल घाट भी कहा जाता है। यह घाट नमो घाट से आदिकेशव घाट तक लगभग 1 दशमलव 5 किलोमीटर तक फैला है। अनूठी “नमस्ते” मूर्तिकला और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं पर्यटकों को इस नए गंतव्य की ओर आकर्षित कर रही हैं। यह घाट, जिस तक जल, थल और वायु मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है, वाराणसी का पहला ऐसा घाट है, जहां हेलीकॉप्टर उतर सकते हैं। इसमें फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन, ओपन एयर थियेटर, पूल, स्नान क्षेत्र के साथ फ्लोटिंग जेटी और चेंजिंग रूम भी शामिल हैं।

इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कहा कि मजबूत राष्ट्र के लिए सामाजिक समरसता जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत सामाजिक समरसता की नींव है और दुनिया को एक बड़ा संदेश देता है। अपने संबोधन में उन्होंने स्थानीय उत्पादों के उपयोग पर जोर दिया और स्वदेशी पर जोर दिया। इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से धार्मिक नगरी काशी में काफी बदलाव आया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि विकास ही वाराणसी की नई पहचान है। प्रदेश में अन्य नदियों के तट और प्रसिद्ध मंदिरों में भी देव दीपावली महोत्सव का आयोजन किया गया। चित्रकूट जिले में मंदाकिनी के तट पर घाटों पर भी शानदार देव दीपावली महोत्सव का आयोजन किया गया।

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