वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज महापरिनिर्वाण दिवस पर भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए समानता, सामाजिक सदभाव और सभी के लिए अवसर के संवैधानिक मूल्यों को दोहराया। उत्तर प्रदेश के नोएडा में आयोजित एक कार्यक्रम में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि समाज के वंचित वर्गों के उत्थान में शिक्षा की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने विद्यार्थियों को समाज और राष्ट्र के प्रति उनके कर्तव्यों का स्मरण कराया।
इस अवसर पर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि राजनीति में ऐसे समर्पित लोगों को आगे आना होगा जिनमें राष्ट्र के लिए कुछ कर गुजरने और सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी बरतने की दृढ़ इच्छाशक्ति हो, साथ ही वे देश के 140 करोड़ नागरिकों को उनके कर्तव्यों और ज़िम्मेदारियों के प्रति जागरूक कर सकें।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विश्वविद्यालयों से छात्रों को सार्वजनिक जीवन और राजनीति को और गहराई से समझने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नेक नीयत वाले युवाओं के सार्वजनिक जीवन में आने से भारत उम्मीद से भी ज्यादा गति से एक महाशक्ति बन जाएगा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 2047 तक भारत को 4 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था से 35 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने का विश्वास व्यक्त किया।