वाइब्रेंट विलेज योजना, उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों के विकास में मील का पत्थर साबित होती नजर आ रही है। इस केंद्रीय वित्तपोषित कार्यक्रम के तहत चुने गए गांवों में सरकार की विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है, जिससे इन गांवों की आर्थिकी मजबूत हो रही है। वाइब्रेंट विलेज योजना में सीमांत उत्तरकाशी जिले के 10 गांव भी शामिल हैं। इनमें आठ गांव हर्षिल घाटी और दो गांव नेलांग घाटी में हैं। हर्षिल क्षेत्र में सेब और राजमा की फसल को प्रोत्साहन देकर यहां खेती और बागवानी का विस्तार किया जा रहा है। इन वाइब्रेंट गांवों के कुछ ग्रामीण भेड़ पालन के व्यवसाय से भी जुड़े हैं। योजना के तहत इन भेड़ पालकों का कौशल विकसित करने और पारंपरिक बुनकरों को डिजाइन विकास कार्यक्रमों के माध्यम से नई डिजाइन श्रृंखला से जोड़ना है। इसमें ऊन के लिए ऊन कार्डिंग ओपनर बेलिंग सुविधा देना भी शामिल है। जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले में वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
Site Admin | जून 27, 2024 2:15 अपराह्न
वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत उत्तरकाशी जिले के 10 गांवों को किया जाएगा विकसित
